दुनिया
भर में यौन शक्तिवर्धक, बलवर्धक व नपुंसकता दूर करने की दवा के रूप में प्रख्यात सफेद मूसली के सिर्फ
इतने ही उपयोग नहीं है, बल्कि इसका उपयोग दमा,
चर्मरोग, पेशाब संबंधी रोग, पाईल्स
तथा डायबिटीज के उपचार में भी किया जाता है । हड्डियों व
मांसपेशियों की कमजोरी में भी यह प्रभावकारी होती है ।
सफ़ेद
मूसली के फायदे-
इसमें
मौजूद सैपोनिन तथा यूनिक नेचुरल अल्कालोइड्स की अच्छी मात्रा के कारण यह यौन शक्ति
तथा ताकत बढ़ाने की दवा के रूप में काम करती है । अलावा इसके इसमें प्रोटीन, कार्बोहार्डड्रेट, एंटीऑक्सीडेंट व
अन्य कई विटामिन भी पाए जाते हैं । आयुर्वेद के अनुसार पित्त व वातदोष मिटाने में
सफ़ेद मूसली उपयोगी है लेकिन यह कफवर्द्धक भी है । जिन्हें कफ रहता है उन्हें
सफ़ेद मूसली के उपयोग में सावधानी रखना चाहिए । पुरुष और महिला दोनों के
लिए समान रूप से उपयोगी सफेद मूसली के साइड इफ़ेक्ट होने की सम्भावना नगण्य होती
है ।
पुरुषों
के लिए-
वैवाहिक
जीवन में यौन सम्बन्धों में बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए इसका उपयोग विशेष
रूप से फायदेमंद है । यह वीर्यवर्धक, शुक्राणुवर्धक
तथा शक्तिवर्धक होती है । यौन-कमजोरी, शीघ्रपतन, स्वप्नदोष जैसी परेशानियों में सफेद मूसली का उपयोग अश्वगंधा, कौंचबीज, गोखरु व तालमखाना के साथ विश्वसनीय दवा के रुप में किया जाता है । यह डायबिटीज के कारण होने वाली उत्तेजना में कमी को भी दूर करने में सक्षम है, किंतु
तब इसे विशेषज्ञ की सलाह से ही लेना चाहिए । इसे भी देखें क्या करें जब डायबिटीज (मधुमेह) की गिरफ्त में आ जावे ? धन्यवाद.
आयुर्वेद
के अनुसार शरीर में पित्त और वात बढ़ने के कारण स्वप्नदोष जैसी परेशानी पैदा होती
है । जिसमें अश्लील फिल्मे देखने व यौन विचारों में संलिप्तता के कारण और भी
बढ़ोतरी होती है । यह
मांसपेशियों को ताकत देती है, इसी कारण स्वप्नदोष मिटाने में यह उपयोगी है । इसे
लेने से कमजोरी,
कमरदर्द की समस्या में भी
आराम मिलता है ।
पुरुष
वीर्य में स्खलन के समय करोड़ों शुक्राणु होते हैं । इनकी संख्या मे कमी व कमजोरी के कारण इनकी
गतिशीलता में कमी होने पर शुक्राणु द्वारा डिम्ब का निषेचित होना मुश्किल होता है ।
इसके कारण महिलाओं के गर्भधारण में रुकावट होती है । पुरुषों की इन कमियों को दूर
करने में सफेद मूसली अत्यंत उपयोगी साबित होती है । इसे भी देखें कामशक्ति वर्द्धक योग. धन्यवाद. । यह
लिंग में उत्तेजना की कमी को दूर कर उसे अधिक कड़क रखने व पूर्ण
यौन संतुष्टि का अहसास कराने में सहायक होती है । इसके साथ अकरकरा का उपयोग इसे और
अधिक पावरफूल बनाता है ।
कृषकाय शरीर वालों के लिये भी सफेदमूसली उपयोगी है । इसे दूध के साथ कुछ समय लेते रहने से शरीर हष्ट-पुष्ट व बलवान होता है । इसीलिये कई बॉडी-बिल्डर भी प्रायः इसका उपयोग करते हैं । इसके उपयोग के पूर्व शरीर का पाचनतंत्र सुचारु होना जरूरी है । यदि कब्ज के कारण पेट व्यवस्थित रुप से साफ न हो पाता हो तो आप पहले कुछ दिन त्रिफला या बालहरड चूर्ण लेकर अपनी कब्जियत की समस्या दूर कर सकते हैं । सफेद मूसली को शहद व त्रिकटू के साथ लेने से इसके पाचन में आसानी रहती है । आर्थराइटिस के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द व सूजन के उपचार में सफेद मूसली लाभप्रद है । लेकिन यदि वजन ज्यादा हो तो पहले उसे नियंत्रित कर फिर सफेद मूसली लेनी चाहिए ।
कृषकाय शरीर वालों के लिये भी सफेदमूसली उपयोगी है । इसे दूध के साथ कुछ समय लेते रहने से शरीर हष्ट-पुष्ट व बलवान होता है । इसीलिये कई बॉडी-बिल्डर भी प्रायः इसका उपयोग करते हैं । इसके उपयोग के पूर्व शरीर का पाचनतंत्र सुचारु होना जरूरी है । यदि कब्ज के कारण पेट व्यवस्थित रुप से साफ न हो पाता हो तो आप पहले कुछ दिन त्रिफला या बालहरड चूर्ण लेकर अपनी कब्जियत की समस्या दूर कर सकते हैं । सफेद मूसली को शहद व त्रिकटू के साथ लेने से इसके पाचन में आसानी रहती है । आर्थराइटिस के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द व सूजन के उपचार में सफेद मूसली लाभप्रद है । लेकिन यदि वजन ज्यादा हो तो पहले उसे नियंत्रित कर फिर सफेद मूसली लेनी चाहिए ।
महिलाओं
के लिए-
प्रायः कमजोरी, थकान, योनिस्राव में कमी व जलन
जैसे कारणों से महिलाओं मे यौन संसर्ग के प्रति अरुचि हो जाती है । सफ़ेद मूसली का कुछ दिन सेवन
करने से इन सभी समस्याओं से मुक्ति के साथ ही यौन सम्बन्धों के प्रति उनकी रूचि पुनः
जाग्रत होती है । यह
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढाती है । पेशाब की परेशानी से सम्बंधित रोग दूर
करती है । यूरिन इन्फेक्शन तथा श्वेतप्रदर की समस्याओं को दूर करने में भी ये पर्याप्त उपयोगी रहती है।
सफ़ेद
मूसली कैसे लें-
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