सर्दी-खांसी से बचाव के लिये...
हमारे जीवन में सर्दी-खांसी ऐसी
समस्या है जो किसी मौसम विशेष पर आश्रित नहीं होती । सर्दी, गर्मी या बरसात किसी भी मौसम में ये खान-पान, वातावरण अथवा मौसमी प्रदूषण के कारण किसी को भी हो सकती
है, इसलिये यहाँ हम इस कॉमन समस्या से
बचाव के लिये कुछ ऐसे घरेलू उपाय यहाँ देने का प्रयास कर रहे हैं जिसकी मदद से आप
इस समस्या से अपना या अपने परिजनों का बचाव घर में मौजूद सामान्य साधनों से आसानी
से कर सकते हैं । जानिये कैसे-
सर्दी-खांसी व जुकाम से बचाव...
मौसम के बदलाव के चलते आसानी से जो समस्या सामान्य तौर पर हमें सबसे पहले प्रभावित करती है वह यही सर्दी, खांसी व जुकाम होते हैं जो एक ही परिवार के रोग माने जाते हैं और इनकी औषधि भी तकरीबन एक ही होती है । हम यहाँ आपको कुछ ऐसे आसान नुस्खे बता रहे हैं जिन्हें आप अपनी सुविधा व आवश्यकता के अनुसार घर में ही बनाकर अपनी इस समस्या को दूर कर सकते हैं ।
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1. इसके लिए आप तुलसी के पत्ते, तना और बीज तीनों कुल 50
ग्राम वजन में लें और इन्हें एक बरतन में 500 मि.लि. पानी लेकर डाल लें व इसमें
100 ग्राम अदरक और 20 ग्राम काली मिर्च को भी पीस कर डाल लें व इन्हें इतना उबालें
कि यह पानी 100 ग्राम के लगभग रह जाए । फिर इसमें 50 ग्राम पुराना गुड
मिलाकर इस काढे को छान लें व किसी कांच की बोतल में भर कर रखलें । समस्या के
समाधान के लिये आप इसे दो चम्मच की मात्रा में सुबह व शाम दिन में दो बार लें व उपरोक्त
समस्याओं से स्वयं व अपने परिजनों को बचाएं ।
2. अदरक के रस में समान मात्रा में तुलसी का रस मिला कर हल्का गर्म करें व इसमें पुराना गुड मिलाकर सुबह, दोपहर व शाम को आवश्यकतानुसार एक-एक चम्मच मात्रा में ले लें !
3. जुकाम में राहत के लिए दो चम्मच अजवायन को गर्म तवे पर हल्का भून लें व उसे एक रूमाल या
कपडे में बांधकर उसकी पोटली बना लें व उस पोटली को नाक से सूंघते हुए सो जाएं । जरुरत के मुताबिक आप दिन के किसी भी समय में इस उपाय द्वारा राहत पा सकते हैं ।
4. खांसी व खराश के लिए आवश्यकतुसार दिन में 2 बार हल्के गर्म पानी में आधा चम्मच सैंधा
नमक डाल कर गरारे करें । खांसी अगर ज्यादा आ रही हो तो दो दाने साबुत काली मिर्च और
थोडी मिश्री मुंह में रख कर चूसने से आपको आराम मिलेगा ।
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सर्दी-खांसी के साथ ही गले के इंफेक्शन से बचाव के लिये यह भी-
5. गले की खराश, गले में इन्फेक्शन, गला बैठना, पानी पिने व लार निगलने में तकलीफ, आवाज भरी हो तो इन सबसे बचाव के लिए एक
ग्लास देशी गाय के दूध में एक चम्मच देशी गाय का घी और एक चौथाई चम्मच पिसी हल्दी मिलाकर
कुछ देर उबाल लें व उसे चाय की तरह घूंट-घूंट पी लें । मिठास के लिये यदि उपलब्ध
हो तो थोडी मिश्री मिला लें । इससे हमारे शरीर की गले से सम्बन्धित उपरोक्त समस्याएं
प्राथमिक स्तर पर दूर हो जाएगी ।
धन्यवाद सुशील जी,
जवाब देंहटाएंइस वैश्विक महामारी के दौर में उपयोगी जानकारी साझा करने के लिए।
धीरेन्द्र