1. सिरदर्द- प्रायः सामने आने वाली इस समस्या के निदान हेतु डिस्प्रीन टेबलेट की 1+1/2 (1।।) गोली कटोरी में तीन टुकडे करके पानी में घोलकर पी लें । 15 मिनिट में आराम मिल जाएगा ।
2. आकस्मिक चोट लग जाने पर- 1 या 2 चम्मच शक्कर खिलादें । छोटी समस्या में पूर्ण राहत देगी । बडी समस्या में उसके बाद डाक्टर के पास तो ले जाना है ही ।
3. जल जाने पर- यदि चमडी ही जलकर अलग न हो गई हो तो जली हुई जगह पर तेज ठण्डे पानी की धार बनाकर डालें । तत्पश्चात शरीर का वो अंग पोंछकर मुट्ठी में नमक लेकर जली हुई जगह पर कसकर दबाकर अधिकतम 2 मिनिट के लिये दबाए रखें और दर्द निवारक गोली जैसे काम्बिफ्लेम ले लें । जलने का दाग तक चमडी पर नहीं दिखेगा । (यद्यपि कहावत यह है कि जले पर नमक छिडकना याने समस्या को और बढा देना. लेकिन नमक वाकई जले का उपचार कर देता है ।)
4. हार्ट अटेक- यदि रोगी को हार्ट अटेक जैसे लक्षण (यथा सीने में दर्द होना व पसीना आना जैसे) दिखे तो शीघ्र एक केला खिलादें । गम्भीर अवस्था में भी रोगी की जान बचा देगा ।
5. किसी भी किस्म की घबराहट होने पर- सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेता स्वर्गीय दादामुनि श्री अशोक कुमार के फार्मूले के अनुसार होम्योपेथिक दवा “रेस्क्यू-रेमेडीज” की दो बूँद प्रभावित व्यक्ति की जुबान पर डाल दें । रोगी चमत्कारिक तरीके से सामान्य अवस्था में आ जावेगा । (होम्योपेथिक दवाईयों की दुकानों पर मिलती है और हमेशा घर में रखने व यात्रा में साथ में रखने योग्य है)
6. कमर (पीठ) में दर्द होने पर- रात को सोते समय आधी गठान सौंठ अधकूट की हुई एक गिलास पानी में डालकर उबालें । जब वह पानी 1/3 (एक तिहाई) रह जावे तो उस काढे को छानकर उसमें चाय के एक चम्मच की मात्रा में अरंडी का तेल मिलाकर समय पी लें ।
7. घुटने व शारीरिक जोड सहित शरीर में दर्द होने पर- सरसों व लहसुन के तेल की प्रभावित अंग पर मालिश कर लें । तेल बनाने की विधि निम्नानुसार है-
100 ग्राम सरसों के तेल में लगभग 20 ग्राम लहसुन की छिली हुई कलियां डालकर आंच पर इतना गर्म करें कि लहसुन जलकर काली पड जाए । ठण्डा होने पर तेल को छानकर लहसुन का बगदा फेंक दें व तेल को प्रभावित अंग पर मालिश के उपयोग में लें ।
बढिया जानकारी……………आभार्।
जवाब देंहटाएंवन्दनाजी आभार आपका. धन्यवाद...
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकारी मिली, आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
ताऊजी आपका प्रोत्साहन ही मेरे लिये ऐसा टानिक है जो मुझे निरन्तर दौड में बनाए रख सकता है । धन्यवाद...
जवाब देंहटाएं... gyaanvardhak va laabhakaaree post ... aabhaar !!!
जवाब देंहटाएं... आभार... आभार... आभार!
जवाब देंहटाएंarey...ye to badhiya hai...is jaankaari ke liye dhanyavaad.. :)
जवाब देंहटाएं@ भाई बाकलीवाल ,
जवाब देंहटाएंयह ब्लाग बहुत अच्छा लगा , यह एक नीरस मगर बेहद महत्वपूर्ण कार्य है ! बेहद उपयोगी मगर दुर्लभ जानकरी दे रहे हैं आप ! टिप्पणियां कम आने कि परवाह न करते हुए उपयोगी सामग्री देते रहेंगे ऐसी आशा करता हूँ ! हार्दिक शुभकामनाओं के साथ !
उपयोगी जानकारी मिली, आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे नुस्खे हैं अगर इस तरह के नुस्खे अपनाये जाएँ तो हर बात में भाग कर डॉक्टरों के चककर नहीं लगाने पड़ेंगे
जवाब देंहटाएंआपात चिकित्सा के घरेलु नुस्खे राहत प्रदान करते है ।बशर्ते ये नुस्खे याद हो ।आपका सार्थक प्रयास जरूर रंग लायेगा । बस उजाला बरकरार रखे । आभार
जवाब देंहटाएंआपात चिकित्सा के घरेलु नुस्खे राहत प्रदान करते है ।बशर्ते ये नुस्खे याद हो ।आपका सार्थक प्रयास जरूर रंग लायेगा । बस उजाला बरकरार रखे । आभार
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