आजकल बाजार में आने वाले अधिकांश फल व सब्जियां अधिक पैदावार व शीघ्र पकाव के व्यापारिक स्वार्थों के चलते विभिन्न कीटनाशकों व गंदे नालों के पानी से सिंचित होकर बाजार में आती हैं जिन्हें अलग से पहचान पाने का कोई तरीका उपभोक्ता के रुप में हमारे पास नहीं होता । हम कितना भी पौष्टिक व संतुलित भोजन करने का प्रयास करें, किंतु फलों व सब्जियों की पैदावार से जुडी इस विषाक्तता को जाने-अनजाने अपने परिवार के साथ खाते-पीते हैं ये स्थिति तत्काल कोई दुष्प्रभाव भले ही न दिखावें, किन्तु धीरे-धीरे हमारे शरीर में स्लो पाईजन (धीमे जहर) का काम करते हुए हमें सामान्य से जल्दी रोगी बनाकर डाक्टरों की चपेट में पहुंचाने में मददगार बनती है ।
एक
अत्यन्त सरल व शून्य-खर्च तरीके से हम अपने परिवार सहित स्वयं को इस विषाक्तता से
बचा सकते हैं-
कोई भी फल व सब्जी जो हम खाने के काम में लें उसे सबसे पहले
नमक मिश्रित पानी में कम से कम 10 मिनिट
के लिये डालकर रख दें और दस मिनिट पश्चात् उस फल-सब्जी को उस नमकमिश्रित पानी से
निकालकर उसे प्रयोग में लेने का हमारा जो भी तरीका है उसी तरीके से हम उसे काम में
ले लें । निश्चय ही इस तरीके से आप फल व सब्जी की पैदावार से जुडी कीटनाशकों व
गंदे पानी के प्रभावों को लगभग समाप्त कर रोगजनित अवस्था से इन्हें बचा लेने में
कामयाब रहेंगे ।
useful post....
जवाब देंहटाएंYe to bahut upuogi jaankari hai ... Khas kar aaj ... Kya kya nahi hai aajkal agriculture secror mein..
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी सलाह, आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत बढ़िया स्वास्थय रक्षक जानकारी प्रस्तुति हेतु धन्यवाद..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति .. आपकी इस रचना के लिंक की प्रविष्टी सोमवार (24.06.2013) को ब्लॉग प्रसारण पर की जाएगी. कृपया पधारें .
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कमाल की भावाव्यक्ति
जवाब देंहटाएंI want to know whether vegetables dip in salt water before cutting it or after cutting it
जवाब देंहटाएंSurjeet