45-50
की
उम्र पार करने तक बालों का झडना, उडना या सफेद होना सामान्य स्थिति होती है जिसमें पुरुषों
में आगे से पीछे की तरफ गंजापन आना और स्त्रियों में बालों का घनापन कम होने लगता
है । किन्तु यही समस्या यदि 20-30 वर्ष की युवा उम्र में ही
सामने आने लगे तो प्रभावित व्यक्ति का चिन्तित होना स्वाभाविक हो जाता है । चिंता
के इसी दौर में लोग बिना सोचे विचारे जल्द से जल्द इस समस्या से मुक्ति पा लेने की
चाह में कई बार समस्या और बढा लेते हैं । युवावय में बालों के झडने की समस्या
सामने आने पर व उपचार का असर न दिखने पर प्रभावित व्यक्ति के व्यवहार में ये
परिवर्तन भी देखे जा सकते हैं-
व्यक्ति हमेशा टोपी लगाए या अन्य किसी तरीके से सिर को ढकने लगे ।
आत्मविश्वास में कमी होने से सिर झुकाकर या नजरें मिलाए बगैर बात करने का प्रयास करते दिखे ।
हमेशा चिंतित, उदास व चिडचिडा रहते हुए अकेले में बार-बार कांच में अपने बालों को देखता दिखे ।
उसकी नींद उचट जाए, पढाई में मन नहीं लगे और किसी भी कार्य को वह उत्साहपूर्वक नहीं कर पाए ।
व्यक्ति हमेशा टोपी लगाए या अन्य किसी तरीके से सिर को ढकने लगे ।
आत्मविश्वास में कमी होने से सिर झुकाकर या नजरें मिलाए बगैर बात करने का प्रयास करते दिखे ।
हमेशा चिंतित, उदास व चिडचिडा रहते हुए अकेले में बार-बार कांच में अपने बालों को देखता दिखे ।
उसकी नींद उचट जाए, पढाई में मन नहीं लगे और किसी भी कार्य को वह उत्साहपूर्वक नहीं कर पाए ।
और बाल कम न हो जाएँ इस डर के मारे लंबे समय तक वह बालों को धोना, उनमें तेल लगाना व कंघी करने से बचने लगे ।
इस समस्या के समाधान हेतु
सबसे पहले इस समस्या से प्रभावित लोगों को निम्न नियमों को अपनी
दिनचर्या में शामिल करना अत्यन्त आवश्यक होता है, अन्यथा इनके लिये कोई भी
उपचार कारगर नहीं हो सकता-
1. देर
रात तक जागना और सुबह देर तक सोये रहना इस समस्या का मुख्य कारण है अतः सबसे पहले
जल्दी सोकर सुबह जल्दी जागने की दिनचर्या अनिवार्य रुप से बनाना आवश्यक समझें ।
2. महिलाएं प्रायः इस सोच से अपने बाल काट लिया करती हैं कि काटने से बाल अधिक बढेंगे जबकि यह एक गलत धारणा है । अतः महिलाएँ इस सोच से अपने बाल कभी न काटें ।
3. अपना कंघा व तौलिया हमेशा अलग रखें, दूसरे का कंघा व टावेल कभी भी प्रयोग में न लें ।
4. बालों को कभी भी किसी बाजारी या इश्तहारी शेम्पू से न धोयें ।
5. हमेशा एक ही प्रकार का तेल प्रयोग करें । तेल बदल-बदल कर नहीं । नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर लगाने से बाल स्वस्थ व चमकीले बने रह सकते हैं ।
6. दोनों वक्त सुबह-शाम या रात को सोने से पहले शौच क्रिया अवश्य करें जिससे पेट साफ रहे और कब्ज न रहने पावे । किसी भी स्थिति में तनाव से बचें ।
7. भोजन के साथ सलाद के रुप में मूली, गाजर, हरी ककडी, पके टमाटर, पालक, पत्ता गोभी आदि कोई भी हरी पत्तेदार सब्जी का सलाद काली मिर्च व सेंधा नमक बुरककर बिना चूके प्रतिदिन कम से कम एक बार तो अधिकतम मात्रा में अवश्य खावें ।
हमदर्द कम्पनी की जवारिश
जालीनूश 6 ग्राम
और कुश्ता कुर्स खुबशुल हदीद 2 गोली दोनों मिलाकर सुबह खाली पेट लें ।
प्रतिदिन सोने से पहले चाय के दो चम्मच (लगभग 8-10 ग्राम मात्रा में) त्रिफला चूर्ण गर्म मीठे दूध के साथ लें ।
स्नान के समय बालों में कोई साबुन या शेम्पू न लगावें । आंवला, रीठा और शिकाकाई का चूर्ण दो-तीन घण्टे पानी में भिगोकर छानलें और बालों में घण्टे भर लगा ऱखकर स्नान करते समय धो डालें ।
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सोते समय बालों की जडों में भृंगराज केश तेल लगाकर 20-25 मिनिट तक मालिश करें । भृंगराज चूर्ण 1-1 चम्मच सुबह, दोपहर व शाम को भोजन के एक घंटे बाद पानी के साथ फांक लें । यह चू्र्ण बना हुआ बाजार में मिलता है । यदि घर पर बनाना पडे तो इसका फार्मूला यह है-
काला भांगरा 50 ग्राम, सूखा आंवला 25 ग्राम, काले तिल 25 ग्राम और मिश्री 50 ग्राम । इसमें तिल अलग करके शेष तीनों को कूट-पीसकर बारीक चूर्ण करलें और फिर चारों द्रव्यों को मिलाकर रखलें । यही भृंगराज चूर्ण है । इसे कम से कम 6 माह तक प्रयोग करें । बालों को झडने से रोकने के लिये यह अत्यन्त परीक्षित व गुणकारी नुस्खा है ।
बाल काले करने का कोई उपाय हो तो बताएं
जवाब देंहटाएंयोगेन्द्रजी बहुत धीमा भी है और खटकरम वाला भी ।
जवाब देंहटाएंउम्दा पोस्ट। वैसे अपना बाल तो टंच है।
जवाब देंहटाएंकारवां तो गुजर चुका है, बस गुबार देखते रहते हैं। अब कोई पूछता है तो कहते हैं, हर किताब पर एक बाल जा चुका है, खुद ही देख लो कितने पढे लिखे हैं।
जवाब देंहटाएंposhan se judi hai kesh svaasthya kee nvz isme zraa bhi sandeh nahi ,neend kee kami aur tanaav sampoorn svasthya ko asr grst karten hain .
जवाब देंहटाएंachchhi jaankaari di hai .
shukriyaa .
veerubhai .
समस्या-प्रभावितों के लिए उपयोगी जानकारी...
जवाब देंहटाएंबाल के लिए किसी भी तेल की ज़रूरत क्यों है? क्या यह सही नहीं है कि बाल अपने पोषण के लिए ज़रूरी सामग्री हमारे शरीर के भीतर से स्वयं ग्रहण करता रहता है?
जवाब देंहटाएंyah lekh hi nahi pura blog behad pathniya hai. swasthya par adhiktam jankariyan dena jari rakhen.
जवाब देंहटाएंI am looking to grow some kala bhangra. somebody please give me about a gram of kala bhangra seeds
जवाब देंहटाएंRamakrishna
rmkrshn@gmail.com
अच्छे नुस्खे. जावारिश जालीनूस का ज़ायक़ा भी ऐसा है जैसे भारत में ताज महल.
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