इन दिनों आप अपने टी. वी. के विभिन्न चैनलों पर प्रातः 7 से 8 के अतिरिक्त अन्य समय में भी चित्र मीडिया की लोकप्रिय हस्तियों- जैकी श्राफ, रोहिणी हट्टंगडी, गूफी पेन्टल, एस. एम. जहीर व पुराने जमाने की सुप्रसिद्ध फिल्मों के कलाकार विश्वजीत, अनिल धवन, बीना व अन्य अनेकों जानी-मानी हस्तियों के साथ ही कुछ देशी-विदेशी पीडित व चिकित्सक सहित अन्य बीस-तीस व्यक्तियों की उपस्थिति में कमर, पीठ व घुटने सहित शरीर के सभी जोडों के दर्द को दूर करने में कारगर बताये जा रहे एक दर्द निवारक संधि सुधा तेल का विज्ञापन अवश्य देख रहे होंगे । हिमालय की प्रसिद्ध जडी-बूटियों के नाम गिनवाते हुए 5,000/- रु. मूल्य के इस महत्वपूर्ण तेल की छोटी-छोटी तीन शीशीयों का पैक मात्र 2,950/- रु. + 150/- रु. वी. पी. शुल्क सहित 3,100/- रु. में इसे बेचने का अभियान इस विज्ञापन के द्वारा निरन्तर चल रहा है ।
महज 30 वर्ष के आसपास की उम्र के कोरियर कम्पनी के एक डाकवाहक कर्मचारी की समस्या का निजात भी उसी कर्मचारी के मुखारविन्द से होते पूरे अभिनय के साथ आप इसमें देख सकते हैं । सर्वप्रथम तो यही बात समझ में नहीं आती है कि महज 4-5 हजार रु. मासिक का न्यूनतम वेतन प्राप्त कर पत्नी-बच्चों का पालन-पोषण करने वाला कोई कर्मचारी इतनी मंहगी कीमत के तेल का प्रयोग कैसे कर पाया होगा वह भी तब जबकि अपने उपर के बीस-पच्चीस हजार के कर्ज का भी वह उल्लेख करता नजर आ रहा हो । यदि इस तेल को प्रयोग कर चुका कोई भी वास्तविक पीडित स्वयं यदि यह प्रमाणित करे कि एक बार के 2-5 दिनों के कोर्स के बाद वह सदा के लिये समस्या मुक्त हो गया तब तो इस तेल के विज्ञापन में बताई जा रही कीमत मान्य समझी जा सकती है किन्तु यदि हर बार आवश्यकता के समय इस तेल को लगाते रहना अनिवार्य लगता रहे तो फिर सौ-दो सौ रुपये मूल्य के किसी भी अन्य दर्द निवारक तेल से अधिक विशेष इस तेल को कैसे माना जा सकता है ?
जोडों का दर्द मानव जीवन में ऐसी एक आम समस्या है जिसका सामना उठने-बैठने व सोने के गलत तरीकों के कारण हममें से हर किसी को प्रायः कभी न कभी बल्कि कुछ लोगों को लगातार करना ही पडता है और 40-45 वर्ष की उम्र के बाद तो यह समस्या स्थायी रुप से मानव समुदाय में देखने को मिलती ही रहती है ऐसी स्थिति में इस दर्द से बचाव हेतु अत्यन्त गुणकारी व राहत दिलाने वाले तेल को आप स्वयं अपने घर में बनाकर आवश्यकतानुसार प्रयुक्त कर सकते हैं । इस गुणकारी व राहतप्रदाता तेल को बनाने की विधि इस प्रकार है-
सामग्री- 1 लीटर सरसों का तेल, 250 ग्राम छिले हुए लहसुन की कलियां, 100 ग्राम अजवायन और एक 500 ml की लाल रंग की कांच की खाली शीशी.
विधि- सरसों के इस तेल को धीमी आंच पर गरम करने के लिये रखकर तेल गर्म होते समय ही इसमें लहसुन की ये छिली हुई कलियां और अजवायन डाल दें और इस तेल को धीमी आंच पर ही गर्म होते रहने दें । जब यह तेल इतना गर्म हो जावे कि इसमें मौजूद लहसुन की ये कलियां जलकर बिल्कुल काली पड जावें तब आंच बन्द कर दें व ठंडा हो जाने पर इस तेल को छानकर लकडी के पटिये पर कांच की लाल शीशी रखकर व उसमें इसे भरकर सुरक्षित रख दें व जले हुए लहसुन व अजवायन का बगदा फेंक दें । दूसरे दिन धूप निकलने पर सुबह 6 से शाम 6 बजे तक कांच की लाल शीशी में मौजूद इस तेल को लकडी के पटिये सहित धूप में रख आवें । दिन भर इसे धूप में रखा रहने दें व शाम होते ही पटिये सहित इस तेल को उठाकर वापस घर में रख लें । रात में तेल को खुले आसमान के नीचे न छोडें और तेल को घर से धूप में व धूप से घर में रखने के दौरान स्वयं भी नंगे पैर न रहें । दूसरे शब्दों में भूमि के अर्थिंग से इस तेल को पूरी तरह से बचाकर रखें । लगातार 7 दिनों तक इसी प्रकार इस तेल को दिन में धूप में रखते रहें व रात्रि में घर में रख लें । इसके पश्चातृ आप इस तेल को अपनी सुविधा अनुसार कांच या प्लास्टिक की छोटी व सफेद शीशी में भी भरकर काम में ले सकते हैं ।
यह ध्यान दें कि इस प्रोसेस में आपका एक लीटर तेल कुछ आंच के साथ और कुछ उस बगदे के साथ मिलकर आधे से भी कम हो जावेगा । किन्तु आपके लिये यह बना हुआ तेल तेज से तेज जोडों के दर्द को भी दूर कर सकने में रामबाण साबित हो सकेगा । यदि आपमें से किसी ने इस विदेशी कंपनी द्वारा लंबे मुनाफे के गणित के साथ इन लोकप्रिय किन्तु अब नाममात्र की व्यस्तता वाली इन हस्तियों को साथ में लेकर जि संधि सुधा तेल की बमुश्किल 500 मि. ली. की मात्रा में लगभग 3,100/- रु. में बेचे जा रहे इस तेल का प्रयोग यदि कभी किया होगा तो आप इस तरीके से बनाये गये सरसों के इस तेल को भी गुणवत्ता में इस संधि सुधा तेल से कम नहीं पाएंगे ।
ये तो आपने रामबाण नुस्खा बता दिया, हम तो सिर्फ़ अजवायन डालकर ही इस्तेमाल करते आये हैं अब लहसुन और धूप छांव वाला काम भी कर लेंगे, बहुत आभार आपका.
जवाब देंहटाएंरामराम
बहुत सुन्दर लाभकारी जानकारी मिली आपकी इस पोस्ट से.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार, सुशील जी.
नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ.
मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.
कमाल की जानकारी दी है आपने।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर जानकारी|धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंbahut laabhkari dava di hei aapne sushil ji ...
जवाब देंहटाएंआपके इस मुनाफ़ेदार लेख के साथ प्रस्तुत है आज कीनई पुरानी हलचल
जवाब देंहटाएंबहुत लाभकारी जानकारी दी है सर!
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत लाभकारी बात बतायी ...आभार
जवाब देंहटाएंयह नुस्खा दुरूस्त है, दर्द में आराम देता है, अनुभूत है।
जवाब देंहटाएंजो लोग बेरोजगार हैं, वे इसके जरिये रोजगार भी पा सकते हैं लेकिन मुकम्मल आराम तब होगा जब कि खाने की दवा भी साथ ली जाए।
बहरहाल इससे आराम मिलता ही है।
मालिश जरा ढंग से करनी चाहिए।
...और तेल पकाते समय एक सावधानी यह भी बरतनी चाहिए कि जिस बर्तन में तेल पका रहे हैं उसके ऊपर कोई वजनदार ढक्कन ढकें क्योंकि लहसुन की कलियां पकने के बाद जोर से छिटकेंगी तो हल्का ढक्कन उडकर कहीं का कहीं पहुंचता है।
हा हा हा ...
बहुत ही लाभकारी बात साथ ही इन विज्ञापनो की कलाई खोलती बात भी आप को बहुत बहुत साधुवाद
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा नुस्खा दे दिया आपने.
जवाब देंहटाएंyah nuskha ramban hai . lekin apne khane ki dawa ka nam nahi bataya .kripaya dawa ka nam bataye
जवाब देंहटाएंDear sir I am working in Dubai. I can not make this oil here. Because I am living here single, So if possible I want get from you . I can not find your mail id. Please send me your mail id on vinodks22@gmail.com
जवाब देंहटाएंआपको गोवर्धन व अन्नकूट पर्व की हार्दिक मंगल कामनाएं,
जवाब देंहटाएंबढ़िया जानकारी के लिए आभार
जवाब देंहटाएंGyan Darpan
RajputsParinay
thank you for sandi suda tel
जवाब देंहटाएंक्या ये तेल कमर दर्द में भी काम आएगा
जवाब देंहटाएंhan
हटाएंक्या ये तेल कमर दर्द में भी काम आएगा
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सरकार
जवाब देंहटाएंThanks...... I already use garlic and oil but next time use with Ajvan .. very effective .
जवाब देंहटाएंThanks I already use garlic and oil but next time use with Ajvan .. very effective .
जवाब देंहटाएंnav varsh ki subhkamna sir
जवाब देंहटाएंaapke dvara banaye oil ki kimat kya hai .
aapke blog me aise hi ghumte-ghamte, blood pressure par hindi me kuchh suchnayen jutate hue aa pahunchi, yahan aakar pata chala yahan to vakai swasthya sukh ka khajana bhara hai. Blog par itni mahatvpurn suchnaon k liye shukria aur badhai.
जवाब देंहटाएंहम भी संधिसुधा तेल के बारे में ढूँढ़्ते हुए आज आपके इस पोस्ट पर आ पहुँचे ।
जवाब देंहटाएंyah jankari atiuttam jankari hai is se bahut kuch logon ko aram hajayega aur bahut logon ki dua milegi mahaveer chand kothari bangalore
जवाब देंहटाएंyes that is good article. thanks baidhji. sir i am suffering from uric acid please for release of uric acid from the body.
जवाब देंहटाएंye India against corruption wale newspaper nhi read krte h kya.Rs 5/ ke tel ko 5000/ me sell kr rhe h , wo bhi khule aam. En punjipatio ke liye konsa lokpal aayega.
जवाब देंहटाएंBy the way बहुत ही लाभकारी बात साथ ही इन विज्ञापनो की कलाई खोलती बात भी आप को बहुत बहुत साधुवाद
sir kripya batay ki tv per dekhaye jane vali sharab chudane ki dawa labhkari hai ki nahi...aapki abhar rahungi..
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