हमारे
आस-पास शुगर की बीमारी से पीडित लोगों की कमी नहीं दिखती । ऐसे लोग भी इसकी गिरफ्त
में दिखते हैं जिन्होंने मीठा खाने का कभी मोह नहीं पाला किन्तु फिर भी वे शुगर
पेशेन्ट हैं, और मैं इसे उजागर होने के बाद भी छुपा हुआ महारोग
इसलिये मानता हूँ कि एक बार शरीर में घर कर लेने के बाद न तो ये आसानी से रोगी का
पीछा छोडता है और यदि इसका रोगी अपने खान-पान व जीवन शैली में इसके अनुकूल
परिवर्तन न कर पाए तो इसकी विकटता शीघ्र ही विकराल स्थिति में पहुंचकर पहले रोगी के
पैर का पंजा और फिर प्राण अकाल उम्र में ही आसानी से हर लेती है । मेरी जानकारी
में इसके अधिकतम रोगी वे देखने में आये हैं जो नाना प्रकार की चिंताएँ अपने जीवन
में स्वयं पर ओढे रखते रहे । अतः सबसे पहले तो हम स्वयं को अनावश्यक चिंताओं से
जितना बचाकर रख सकते हैं, अवश्य बचावें । इसके अलावा यदि आप या आपका कोई भी
प्रियजन इस रोग की गिरफ्त में यदि आ ही गये हों तो निम्न उपचार के द्वारा स्वयं को
रोगमुक्त रखने का प्रयास करें-
1. सदा सुहागन के फूल दो प्रकार के
होते हैं- 1. सफेद रंग के, व 2. बैंगनी रंग के. सुबह के वक्त बैंगनी रंग के
चार-पांच फूल एक खाली कप में रखें व एक खाली कप साथ में और रखें । फिर उबलता हुआ
गर्म पानी दोनों कप में डालकर पीने योग्य होने तक रखा रहने दें । जब यह पानी पीने
योग्य कुनकुना गर्म रह जावे तो फूल उस कप में निचोडकर फेंक दें व पहले फूल वाले कप
का और फिर सादा पानी पी लें । सात दिन यह प्रयोग चालू और फिर सात दिन बन्द रखें ।
इस प्रकार दो महिने तक इस प्रयोग को कर लेने के बाद ब्लड शुगर की जांच करवा लें ।
इस उपचार का कुछ भुक्तभोगियों का यह अनुभव भी रहा है कि शुगर का नामोनिशान भी बाद
में देखने को नहीं मिला ।
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2. रात को दो चम्मच मेथीदाना एक
लोटा पानी में डालकर रखदें । सुबह शौच जाने के पूर्व इसका पानी छानकर पी लें और
मेथीदाने अंकुरित होने के लिये रख दें । यह अंकुरित मेथीदाने अगली सुबह खाने में
काम में लेते रहें । इसके साथ ही बिना छिली लौकी को हल्का सा उबालकर मिक्सर में
इसका आधा गिलास रस निकालकर एक चुटकी पिसी काली मिर्च, एक चुटकी सौंठ व तुलसी और
पोदीना की 5-5 पत्ती आधा गिलास पानी में मिलाकर भोजन के आधा घंटे बाद प्रतिदिन एक
बार लेते रहें ।
3. भिंडी को खडी चार हिस्सों में
चीरकर एक गिलास पानी में रात को गलादें व सुबह इसे उसी पानी में मसलकर व छानकर पी
लें । पूर्णतः परीक्षित है ।
4. हल्दी 10 ग्राम, मेथीदाने 20 ग्राम और भुने चने 50 ग्राम पीसकर यह पावडर 4-5 दिन में सुबह खाली पेट लेकर
खत्म कर लें ।
5. जामुन के 10 पत्ते, नीम की 20 पत्तियां, बेल के 30 पत्ते और तुलसी की 40 पत्तियां सबको मिलाकर सुखा लें
और पीसकर एक शीशी में भर लें । एक चम्मच चूर्ण सुबह खाली पेट लें व उससे भी पहले
शुगर की जांच करवा लें, दस दिन तक
यह प्रयोग करने के बाद फिर से शुगर की जांच करवा लें और यदि शुगर ना्र्मल दिखे तो
यह प्रयोग बन्द करदें ।
6. छोटे आकार के मिट्टी के कुल्हड
में 10 ग्राम गुडमार के पत्ते डाल कर पानी भर दें । इसे रात भर खुली जगह
ओस में रखें । सुबह इसे छानकर इसमें 2 छोटे बताशे घोलकर खाली पेट यह
पानी पी लें । 3-4 महिने लगातार इसके सेवन से मधुमेह रोग नष्ट हो जाता है ।
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यहाँ शुगर / डायबिटिज के उपचार के लिये ये अलग-अलग
प्रमाणित जानकारियां प्रस्तुत की गई हैं । आप इनमें से जो भी उपचार आपके लिये
उपलब्ध हो सके उस मुताबिक इनका प्रयोग कर लाभ ले सकते हैं । इसके अलावा इस जटिल
रोग से स्वयं को मुक्त रखने के लिये अनिवार्य रुप से स्वयं को अनावश्यक चिंताओं से
बचाए रखने के साथ ही नियमपूर्वक प्रतिदिन कम से कम 3 किलोमीटर पैदल चलने की दिनचर्या
अवश्य बनावें । इसके साथ ही अपने भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, कद्दू, साबुत अंकुरित अनाज व मूंगफली, बादाम, काजू व अखरोट जैसे सूखे मेवों
का यथासम्भव अधिकाधिक प्रयोग करें ।
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आभार स्वास्थयवर्धक जानकारी का.
जवाब देंहटाएंसदा सुहागन का नाम भी सूना है और यह पेड़ भी देखा है --देखा क्या है घर में लगा है ? पर इसे ही सदा सुहागन कहते है यह आज मालुम पड़ा --इसका मोटापे में भी प्रयोग होता है--धन्यवाद सुशिल जी !
जवाब देंहटाएंसुशिल जी ! यदि परेशानी न हो तो मै चाहती हु की कल रंग पंचमी की कुछ कलरफुल फोटो दिखाए --'गैर' देखे जमाना बीत गया --आजकल 'फाग -यात्रा' भी शुरू हुई है --यदि कोई परेशानी हो तो कोई बात नही !
जवाब देंहटाएंआपको व् सारे परिवार को रंग पंचमी की बहुत -बहुत शुभ कामनाए --!
जी हाँ दर्शनकौर धनोएजी,
जवाब देंहटाएंमोटापे में इसके सफेद 4 फूल रोजाना सुबह खाए जाते हैं और उन्हें भी 7 दिन चालू, फिर 7 दिन बन्द रखकर ही प्रयोग में लेते हैं ।
आभार स्वास्थयवर्धक जानकारी देने के लिए...
जवाब देंहटाएंआभार
जवाब देंहटाएंआगे से इस तरह का स्वास्थ्य से सम्बंधित लेख लिखें तो उसमे "स्वास्थ्य" टैग का प्रयोग जरूर करें
उपयोगी जानकारी, आभार।
जवाब देंहटाएंहोली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं।
जानिए धर्म की क्रान्तिकारी व्याख्या।
स्वास्थोपयोगी जानकारी के लिए आभार।
जवाब देंहटाएं9602909667 raju
हटाएंयह एक आम बीमारी है। कभी लिंक बनाने के भी काम आएगा। शुक्रिया।
जवाब देंहटाएंइस जानकारी का बहुत आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत सुंदर जानकारी जी... धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकारी !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार... हम अभी-अभी इस जमात में शामिल हुए हैं. आपके बताये नुस्खों में से एकाध आजमा चुके हैं.
जवाब देंहटाएंवैसे आहार नियंत्रण और सैर से यह रोग काबू में है.
बहुत उपयोगी जानकारी |
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत उपयोगी जानकारी
जवाब देंहटाएंआहार नियंत्रण और सैर से यह रोग काबू में है.
बहुत बहुत आभार...
Durlabh jankari !!
जवाब देंहटाएंDIABETICS WALEY KO SAMBHOGH KARNA CHAHIEY YA NAHI
हटाएंKhub karo
हटाएंJitne mast rahoge utne tandrist rahoge